खिलौनों की जगह हाथों मे फावड़े उठाते हैं, भूख की तड़प मे सब कुछ भुला जाते हैं .. कुछ बच्चे उम्र से ज्यादा बड़े बन जाते हैं । किताबें से भरे बस्ते खिलौने सब भूल जाते हैं, चंद सिक्के के खातिर हर बोझ उठाते हैं.. कुछ बच्चे उम्र से ज्यादा बड़े बन जाते हैं ।। एक छोटे से उम्र मे दुख के पहाड़ों से तकराते हैं, भूख की तड़प मे अपनी बचपना भी भूल जाते हैं कुछ बच्चे उम्र से ज्यादा बड़े बन जाते हैं । बचपना.... #nojoto #NojotoHindi #satyamkalfaj #bachpan #shayri #poetry #hasi #childlabour #story #children #bacche #social #societry #kalakash @ Sonakshiकॉफीकास्वाद Shreeya Dhapola