अच्छा हुँ, बुरा भी हुँ जैसा भी हुँ मैं खुले आसमान, खुली किताब सा हुँ। चेहरा नहीं हकीकत़ हुँ छुपा नहीं किसी से अन्दर-बाहर एक सा हुँ मैं। #sameAsInSameAsOut