ज़िन्दगी ने ठोकरों से जंग लड़ा रखी है सांसों ने उम्मीदों की तलवार उठा रखी है. बेगुनाहों की तरह कट रहा वक़्त खुद की ही तलवार से,,अपनी ही जंग में अपनी ही कीमत लगा रखी है। जंग✍️ kaur B 😊😊