आज सुबह उठकर मॉर्निंग वाक के लिए बाहर निकले तो उनकी निगाह पोस्टरों पर गई।
"जगत शर्मा जी की बेटी और पत्नी का बलात्कार नहीं हुआ है, हम इसके लिए उन्हें बधाई देते हैं। "
जैसे उन्होने इसे पढ़ा तो बहुत बुरा लगा उन्होने तुरंत पुलिस को फोन लगाया। कुछ लोग आए और पोस्टरों को फाड़ने लगे। कुछ जगह यही बात पेंट से लिखी थी।
जैसे-जैसे दिन निकल रहा था। ये खबर हर चैनल दिखा रहा था और पोस्टर लगाने वाले की भर्त्सना की जा रही थी जगत शर्मा इस घटना से बहुत नाराज थे। तभी उनका फोन बजा, "जगत शर्मा जी नमस्कार ! आपके पोस्टरों की चर्चा हर जगह है। आप क्या चुनाव में खड़े हो रहे हैं? भई वाह! ये तो प्रचार का बहुत अनूठा तरीका निकाला है आपने।"
"आप कौन हैं ? बंद कीजिये ये बकवास।"
" माफ़ कीजिये सर ....आप ये काम रोज करते हैं नेशनल टी वी पर। निर्भया की माँ का कत्ल और उनकी इज्जत का रोज बलात्कार करते हैं। हमने भी तो सच ही कहा है न ....पर सच को कहने का तरीका होता है ...सच भी नंगा अच्छा नहीं लगता ...है न! फील इट नाऊ!"
और फोन कट गया।
#RIPPriyankaReddy