"गुरु" एक ऐसा शब्द जिसने बचपन से ही मेरे दिलों दिमाग़ पर एक असरदार प्रभाव छोड़ा। बचपन से ही मैं अपने गुरुओं जैसा ही बनना चाहता था। क्लास प्रथम की श्रीमती शालिनी मैम से लेकर पीएचडी में मेरे मार्गदर्शक श्री डॉ दिनेश गहलोत तक सब गुरुओं का योगदान अविस्मरणीय रहा है। मैं मानव भले था पर मानवीयता के गुण मेरे इन्हीं आदर्श गुरुओं ने मुझमें समाहित किये। शायद यहीं वज़ह रही होगी जो मैंने भी आज इसी राह को अपने लिए भी चुना। "गुरु पूर्णिमा की अपरम्पार शुभकामनाएं" "अब्दुल्लाह क़ुरैशी" #Gurupurnima #Nojoto #nojotonews #NojotoFilms #gurupurnimaspecial #Thoughts #Thanks #guru काला बिलासपुरी