Nojoto: Largest Storytelling Platform

उस रात ना उनकी आंँखों में नींद थी ना मेरे इतने पुर

उस रात ना उनकी आंँखों में नींद थी ना मेरे
इतने पुराने रिश्ते को दो पल में खत्म कर 
अजनबी से हो गए थे हम 
आंँखों में आंँसू थें  
पर दिल की धड़कने बार-बार यही दुआ करती रहीं
कि वक्त बुरा है पर खुशियां आ जायेगीं फिर


मगर उन खुशियों के इंतजार में सालों बीत गए 
कल आए थे नज़र वो उसी मकां के पास
किसी अजनबी के साथ 
खुश थे बहुत, थाम कर उसका हाथ
मिलते ही नज़रें हटा ली थी हमसे और बढ़ चले आगे
फिर लगा दुआएं हो गई है कुबूल मेरी मगर...
 ये खुशियां आईं तो हैं पर सिर्फ़ उनके घर

©Asmita Singh #lostlove
उस रात ना उनकी आंँखों में नींद थी ना मेरे
इतने पुराने रिश्ते को दो पल में खत्म कर 
अजनबी से हो गए थे हम 
आंँखों में आंँसू थें  
पर दिल की धड़कने बार-बार यही दुआ करती रहीं
कि वक्त बुरा है पर खुशियां आ जायेगीं फिर


मगर उन खुशियों के इंतजार में सालों बीत गए 
कल आए थे नज़र वो उसी मकां के पास
किसी अजनबी के साथ 
खुश थे बहुत, थाम कर उसका हाथ
मिलते ही नज़रें हटा ली थी हमसे और बढ़ चले आगे
फिर लगा दुआएं हो गई है कुबूल मेरी मगर...
 ये खुशियां आईं तो हैं पर सिर्फ़ उनके घर

©Asmita Singh #lostlove