मेरे इश्क को मुक्तसर तेरी तस्वीर है तू है नहीं साथ क्या यही तकदीर है तू इबादत है मेरी तू ही आमिर है तू है सफर मेरा तू ही मंजिल है यह मोहब्बत की रवायतें हैं जो जीना दुश्वार कर दे हे मोहब्बत अगर तो आजा बाहों में मेरी इन्हें आज भी तेरी चाहते हैं #श्रोनक #poetrytime #related #liveit