संघर्ष की कहानी इक तितली यूं छटपटाए अपने ही कुकुन में अटक जाय कभी बल लगाए,फिर सिमट जाए फिर बल लगाए,फिर सिमट जाए अपने ही कुकुन में अटक जाए। एक समय निराशा भी छा जाए लेकिन यह संघर्ष अब रुक ना पाए जब संघर्ष यूं बड़ता चला जाए अब अपने पंखों में यह शक्ति पाए अब तो कुकुन भी ना रोक पाए उन्मुक्त गगन में यह उड़ जाए।। ~शिवम कुमार टेलर #Struggle