अनदेखा किया दर्द तो होता है दिल से चाहा है दिल को ही न समझे दिल तो रोता है सही है इस जहां में जब दिल रोता है करीब उस वक़्त तब कोई भी नही होता है कोई भी नही होता है ......कुँवर सुरेन्द्र अनदेखा किया दर्द तो होता है दिल से चाहा है दिल को ही न समझे दिल तो रोता है सही है इस जहां में जब दिल रोता है करीब उस वक़्त