बस अब इन आंखों मैं तुझें ही देखनी की चाहत रह गई थी... और यें आंखे भी कमाल की हैं ये भी अब तुझे देखना पंसद करती थी... तुझें देखकर इन आंखो का कर्जं अदा किया हैं... आंखें