दिल धड़कता है तो धड़कने दो जान थोड़ी है ये इश्क विश्क का चक्कर छोड़ो ईमान थोड़ी है पत्थर से ढक रहे है अपनों को मचान थोड़ी है अपनों से गद्दारी कर दे हम लोग बेइमान थोड़ी है इतना अपना जमीर बेचा नहीं है बेकार खून थोड़ी है धड़कते सीने में जो दिल है अपना आरिफ बेजान थोड़ी है दिल धड़कता है तो धड़कने दो जान थोड़ी है ये इश्क विश्क का चक्कर छोड़ो ईमान थोड़ी है पत्थर से ढक रहे है अपनों को मचान थोड़ी है