जन्नत बांहों में, आते ही चल बसे।। किस्मत सांसों में, ढलते ही निकल बसे।। हसरत आहों में, पलते ही ढल बसे।। निढ़ाल सी जिंदगी, तुझे कैसे गुजारूं, जब मेरी ढाल ही, आंखे खुलते ही, चल बसे।।। asdf ख़ुदा ना करे ,ऐसा हो!!!!