मुफलिसी मे जो पाया मुकाम वो पाक क्यो नहीं माना शोहरत मीली इस महफिल में पर नियत की वो दुकान साफ क्यो नहीं पैसे तो तुमने भी कमाये होंगे बहुत पर पाई जो खुशिया वो बेहिसाब क्यो नहीं जद्दो जहत कर खुद को तो संभला पर मेहनत का वो मकान बेनकाब क्यो नहीं जो ख्बाईशो का यू कत्लेआम मचाया गुनाह ए वो अजीम अब माफ क्यो नहीं जाने अंजाने मे जो खोया हैं बचपन तो बाकी ये जवानी, अब खिलाफ क्यों नहीं #NojotoQuote #NojotoShayari #Nojoto #Ripple #Shayari #Gajal #Poem #Hindi #NojotoHindi #Love #Life #feelings Internet Jockey Arun Raina Shadab Alam Pavita Devi Rekha Rani