Nojoto: Largest Storytelling Platform

राहें ना जाने कितने राहगीर रोज गुजरते हैं बिना थके

राहें ना जाने कितने राहगीर रोज गुजरते हैं
बिना थके सब सहती है राहें।
जिनपर चले सभी वीर बारी बारी
संजोए रहती हैं गाथाएं सारी की सारी।। राहें
राहें ना जाने कितने राहगीर रोज गुजरते हैं
बिना थके सब सहती है राहें।
जिनपर चले सभी वीर बारी बारी
संजोए रहती हैं गाथाएं सारी की सारी।। राहें
shashibala1479

shashi bala

New Creator

राहें #कविता

Home
Explore
Events
Notification
Profile