अपनी बेकरारी का सबब क्या कहें तुमसे, घर के दरवाज़े बिस्तर तक रोने लगते हैं. जाने कैसा ताल्लुक बना लिया हमने उससे, जब भी सांस लेते हैं उसे याद करने लगते हैं. कुछ इस कदर हालात के मारे हुये हैं हम, कभी हंसी आ जाये तो हम डरने लगते हैं. मौत से जो डरते हैं वो डरते रहें लेकिन, हम तो ज़िन्दगी की आहट से मरने लगते हैं. #love #sad #sadness #quotes #shyari #fitoor #krish #quotes #lovefailure