असल मायनों में सच्चा शायर वही शक्स बना है दर्द ओ गम को जहर की तरह होठों से लगा कर जिस जिस ने पिया है मुश्किल हालातों में भी मुस्कुरा कर आंसू छुपा घुट घुट कर जिसने जीवन जिया है लेखनी अपनी चलाकर जज्बातों को पंक्तियों में सुंदर भाव बनाकर कर जिसने सिया है खुद की परवाह किए बिना उन अपनों के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर किया है हर किसी के बस की नहीं शायर बनना ना जाने कितने सपनो की मौत देख तिल तिल कर जिया है #शायर#भाव#सच#सच्चाई