Nojoto: Largest Storytelling Platform

मुझको शैतानी पर डांट कर खुद ही देती रो, मां भी एक

मुझको शैतानी पर डांट कर खुद ही देती रो,
मां भी एक कुम्भकार है संस्कार डालती जो। मुझको शैतानी पर डांट कर खुद ही देती रो,
मां भी एक कुम्भकार है संस्कार डालती जो।
मुझको शैतानी पर डांट कर खुद ही देती रो,
मां भी एक कुम्भकार है संस्कार डालती जो। मुझको शैतानी पर डांट कर खुद ही देती रो,
मां भी एक कुम्भकार है संस्कार डालती जो।

मुझको शैतानी पर डांट कर खुद ही देती रो, मां भी एक कुम्भकार है संस्कार डालती जो।