न कोई ऐब है उसमें न कोई भी खराबी है। गज़ब की आन है उसकी गज़ब का वो नवाबी है। समेटे प्रेम है गहरा नही कुछ भी छिपाता वो, कि मन है साफ दर्पण सा नहीं वो तो नकाबी है। ज्योति वसिष्ठ #nojotohindi न कोई ऐब है उसमें न कोई भी खराबी है। गज़ब की आन है उसकी गज़ब का वो नवाबी है। समेटे प्रेम है गहरा नही कुछ भी छिपाता वो, कि मन है साफ दर्पण सा नहीं वो तो नकाबी है।