वो, बारिश कि बुंदे अब तक सिने में दबायें रखा हुं अल्फाजों के चमन से , तेरी हंसी को छुपाये रखा हुं इंतजार, हैं फिर उस दिन का जब, छतरी मेरे लिए खुलेगा । my, first pyar bhara quatation..