Nojoto: Largest Storytelling Platform

हे ईस्वर , ज़िन्दगी अगर कठिन दी है, तो मौत को सरल

हे ईस्वर ,

ज़िन्दगी अगर कठिन दी है,
तो मौत को सरल कर देना ।

प्यासे के सामने पी लूँ जो पानी ,
तो उस पानी को गरल कर देना ।

बढ़ा जटिल न बनाना मुझे कभी ,
एक मुस्कान से ही हल कर देना ।

माटी का बनाया है घर मैंने जो ,
उसे मेरा ख़्वाब महल कर देना ।

तपती धूप में  मुसाफ़िर के लिए
सहरा की रेत को जल कर देना ।

जो भी मिले उसका दूना दूँ मैं औरो को ,
मुझमें ऐसा बाली सा बल कर देना ।

रजकण जो मिले माँ के पैरों के "राणा"
पूजूँ उसे मैं यु ब्रह्मकमल कर देना । अर्जी 
हे #ईस्वर ,

#ज़िन्दगी अगर #कठिन दी है,
तो #मौत को सरल कर देना ।

#प्यासे के सामने पी लूँ जो #पानी ,
तो उस पानी को #गरल कर देना ।
हे ईस्वर ,

ज़िन्दगी अगर कठिन दी है,
तो मौत को सरल कर देना ।

प्यासे के सामने पी लूँ जो पानी ,
तो उस पानी को गरल कर देना ।

बढ़ा जटिल न बनाना मुझे कभी ,
एक मुस्कान से ही हल कर देना ।

माटी का बनाया है घर मैंने जो ,
उसे मेरा ख़्वाब महल कर देना ।

तपती धूप में  मुसाफ़िर के लिए
सहरा की रेत को जल कर देना ।

जो भी मिले उसका दूना दूँ मैं औरो को ,
मुझमें ऐसा बाली सा बल कर देना ।

रजकण जो मिले माँ के पैरों के "राणा"
पूजूँ उसे मैं यु ब्रह्मकमल कर देना । अर्जी 
हे #ईस्वर ,

#ज़िन्दगी अगर #कठिन दी है,
तो #मौत को सरल कर देना ।

#प्यासे के सामने पी लूँ जो #पानी ,
तो उस पानी को #गरल कर देना ।