एक अजनबी से जब पहली मुलाकात हुई कोई तुफान जो वर्षों से कैद थी मन में न जाने कब वो आजाद हुई नजर तक न मिली हमारी और न जाने धड़कनें कैसे हमारी एक आज यार हुई हां शायद यहीं से इश्क कि शुरुआत हुई... #इश्क #शुरुआत