तू करीब से मुझे पढ़ भी ले ,मैं तो ज़िन्दगी की किताब हूँ तेरी बंदगी में जला करे , तेरी राह का वो चिराग़ हूँ मुझे अपने दिल में छुपा ले तू, तेरे सीने में मैं रहा करूँ जो न कह सके मेरे लफ़्ज भी, वो ही सांसों से मैं कहा करूँ जिसे तू कभी न समझ सका, उस सवाल का मैं जवाब हूँ मेरे ज़िस्म पर,मेरी जान पर, मेरी सांसों पे, तेरा हक रहे मेरी धड़कनों की पाजैब पर, तेरी धड़कनों की खनक रहे जो तेरे बदन में महक रहा,मैं खिला हुवा वो गुलाब हूँ मैं तेरी ग़ज़ल को ओढ़ लूँ, तू मेरे गीतों का पैरहन बने तुझे देखती रहूँ रात भर, तू मेरे नयन का सपन बने तेरी शायरी में जो बनी रहे, उस मात्रा का हिसाब हूँ #Poonam_Mishra #NojotoQuote