मंजिलें रूठी हुई हैं ! क्योंकि चर्चा सिर्फ राहों की है । पढ़ लिखकर भी अनपढ़ ही रहे कुछ लोग ! खोखली सूरत उनके दिमागों की है । जिस्म पर होते तो दिख जाते ! जो दिल पे हुए हैं ! बात उन घावों की है । देखकर भी अनदेखा कर देते हैं कई ! करतूत ये कैसी उनकी निगाहों की है । असलियत ये है कि अत्याचार हुआ था उस वक्त लोगों पर ! लेकिन इतिहास के पन्नों पर तारीफ शहंशाहों की है । - Ankit dhyani #nojoto #nojotohindi #nojotoshayar #shayari #nojotoshayari #nojotonews