मिलेगी ईजा तरह - तरह से कोई सुनेगा नही भले ही सिर पटक कर तुम मर जाना कहीं अब उठो होश संभालों और जिगर कावी करो जालिम तुम्हारे आंसू देखकर के पिघलेगा नही