वो नदियों का पानी वो शांत नज़ारा आखो से गिरा अश्क कोई उठा नही सकता,तकदीर में लिखा कोई मिटा नही सकता आप दिल की धड़कन है हमारी और हमारी धड़कन को हमसे कोई चुरा नही सकता