"अपने ख्यालो को एक और घूँघट पहना दो ,वो किसी और की हो गई है
हो सके तो ....उनको भूला दो"
"उनके घर के सभी कागज मंडप में जल रहे हैं
मेरी मानो तो.... तुम भी उनके सारे खत जला दो "
"उनके गले में अब तेरी दी हुई लाकेट नहीं है
मेरी मानो तो .....दो घूट पी कर तुम भी उनको गले से उतार दो "
"उनकी दाहिनी कालाई में अब तेरे उंगलियों के निशान नहीं है
मेरी मानो तो .....तुम भी उनके नाखूने की खरोच मिटा दो "
"उनके कमरे की लाईटे एक -एक कर सब बुझ गई
मेरी मानो तो..... तुम भी अपनी ख्यालो की टयूब लाईट बुझा दो "
@saurav sachan
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