मै इस लिए नहीं हारा की थक गया था,, बस किसी अपने ने धोखे बेसुमार दिए थे,, लड़ रहा था जहाँ से भले मेरी पीठ पर ज़ख्म बहुत थे,, टूट गया ज़ब देखा खंजर तो तुम भी लिए थे,, खुद से अनजान आयुष #Walk_on_the_way