कुछ खोया था तो कुछ पाया था हर लम्हे ने अपना रंग दिखाया था एक लम्हा सुकून का था बस...... एक लम्हे ने दर्द दिल में जगाया था!! सुहाना मंजर था-सुहाना मंजर था दिल में बस यादों का एक खंजर था बेदर्द लम्हों ने अपनापन दिखाया था निगाहों में सिर्फ़ वो ही समाया था!! बीते.. लम्हे याद आते है,याद आते है वो मासूम चेहरा, याद बहुत आता है ज़ख़्म 'दिल' के फ़िर से जी उठते है लौट आती हँसी एक पल में लबों पे जब तुमने मुझे खूब हँसाया था!! ♥️ Challenge-767 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।