किसी के विशवास को जीतना बहुत आसान होता है उससे वी आसान होता हैं उस विशवास को तोड़ देना मगर सबसे मुश्किल है उस विशवास को निभाना,अक्सर हम विशवास क्यों कर लेते है ये जानते हुये भी एक दिन उसको टूट जाना है ये मन भी कितना अजीब है जितना पाता है उससे भी ज्यादा पाने की चाह रखता है आखिर ये मन क्या चाहता है क्यों सारी उम्र इसी कशमकश में जिन्दगी कब हाथ से निकल जाती है इसका पता ही नहीं चलता --------NJ Vishwas