वक़्त इतरा कर कहे है जग में इतना दम कहां मुझे राम बांध न पाया है इंसा की फिर औकात क्या बंध घड़ियों से कभी ये वक़्त नहीं रुक पायेगा महंगी घड़ियों से कोई होनी को टल न पायेगा बात है गम्भीर ये ज़रा सुनना भैया गौर से है माया बड़ी निराली ये नहीं पंगा लेना वक़्त से #time #WOD #samay #kahani #nojoto #nojotowriter #hindiwriter #poet #hindipoem #hindipoetry