मैं हूँ मुसाफिर खड़ा, दरबदर इधर-उधर भटकता रहा। कभी खुशियों की तलाश में, कभी ख्वाहिशों को पूरा करने की आस में। कभी जज़्बात को अनसुना कर लेते, कभी मन को अंदर ही मार लेते। लेकिन सबकी ख्वाहिशों को, पूरा करने की हर मुमकिन कोशिश करते। और इसको साकार करने के लिए, हर वक्त आजमाइश सहते। शायद यही है जिंदगी का चक्र... जो पूरी उम्र तय करते। और एक दिन सबकुछ छोड़कर, यहाँ से खाली हाथ चलते बनते। ©Princesslappi #मुसाफिर #जिंदगी #नोजोटो #हिन्दी #एहसास #जज्बात #ख्याल #nojota #princesslappi #Morningvibes