Nojoto: Largest Storytelling Platform

नादान था में कितना,  जिन्हें समझ बैठा था अपना,  वक

नादान था में कितना, 
जिन्हें समझ बैठा था अपना, 
वक्त ने सिखला ही दिया, 
कोई ना था  अपना...
राहुल प्रधान #नादान #वक़्त #अपना
नादान था में कितना, 
जिन्हें समझ बैठा था अपना, 
वक्त ने सिखला ही दिया, 
कोई ना था  अपना...
राहुल प्रधान #नादान #वक़्त #अपना