मेरे पापा की मुस्कान मेरे दिल को छू जाती है उनसे दूर जाने के ख्याल से भी मेरी आँख भर आती है बेटियों की डोर पापा के दिल से बंधी आई है फिर भी बेटियाँ क्यों सहती जुदाई है ऐ खुदा तूने क्यों ऐसी रीत बनाई है सब कहते है बेटियाँ पराई है ©SHWETA SHARMA#Dora #papakiparibetiya #Dora