Dil दिल, दिल से कर रहा हो दिल्लगी जैसे... बादलों की ओट में चांद छिपा हो जैसे... बारिश की बूदें मन को जलाये .आग तन मन में लगाये . मोर नाचे ऐसे मेघ बरसाये,तितलियाँ भौरें ऐसे मंडराये. छल,छल छलकती गागर हो जैसे ... मन को बहलाये सागर हो जैसे.... ©hidden girl #dil ,dil se kar raha baatein🥰 बेबाक लेखक 💌✍️