कौन कहता है हम थे..? वो तो बस आँखों के सपने थे... साथ चले नही हम ,, फिर क्यूँ पैरों के निशान थे.. हाथ में हाथ जैसे थे.? फिर भी कुछ था ही नही.. जहर पि के ये समझ आया.. जिति जागती वो तस्वीरें थी.. कौन कहता है हम रोते थे,, वो बस आँखों को धोते थे... कफन खिंच के देखा खुद को,, मुझ पे हँसने वाले,मेरे सामने रो रहे थे...।। #NojotoQuote कौन कहता है.. #nojoto#nojotohindikavita#poetry#nojotobigthanks