भोर का पंछी अगर मैं एक पक्षी होता भोर में आशियाना से जाकर उड़ता.., मनुष्य के गुण मुझ में नहीं होता, मैं ईर्ष्या में नहीं जलता.! जन-जन को प्यार के गीत सुनाता, जब सारा जग मेरा होता.!! #Panchi