हम दो जात के परिंदे इश्क़ जात में बदनाम हो गये,,ऊड़ते तीर मजहबों के हमारी छातियों पे आम हो गये. कसूर-ए-इश्क़ की खता क्या कि हमने,,अलग मंदिर और मस्जिद जाने वालों के राह हो गये। # #religion #ishq #new#poetry ✍️priyanka kaur B 😊😊