Nojoto: Largest Storytelling Platform

अक़्ल को अब तक हैरत है के हर सिम्त उसी की वहशत है उ

अक़्ल को अब तक हैरत है के हर सिम्त उसी की वहशत है
उसे मरे हुऐ ज़माना हुआ पर दुशमनों में अब भी वहशत है
अक़्ल को अब तक हैरत है के हर सिम्त उसी की वहशत है
उसे मरे हुऐ ज़माना हुआ पर दुशमनों में अब भी वहशत है