// सतलुज // मेरे लिए गंगा की तरह ही पवित्र सतलुज का जल जिस में खून मिला था कभी शहीदों को , गंगा में नहीं मेरी राख बहाना तुम सतलुज के पानी में जहां टुकड़े टुकड़े कर फेंका गया था भगत सिंह को , तब ना सही तो अब ही मिल लूंगा उस पानी में उनसे तैरते हुए संग समझूंगा उनकी दीवानगी और मोहब्बत के उसूल को | 28th Sep 1907...Birthday today of Bhagat Singh. (Britishers chopped dead bodies of rajguru, sukhdev n bhagat singh & tried to burn secrately near satluj river bank) #modishtro #deepakkanoujia #luvbhagatsingh #satluj