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सात संदूकों के अंदर दफ़्न कर दो नफ़रतें, आज इंसाँ को

सात संदूकों के अंदर दफ़्न कर दो नफ़रतें,
आज इंसाँ को मुहब्बत की ज़रूरत है बहुत।
-बशीर बद्र साहब #इंसानियत_ज़िन्दाबाद
सात संदूकों के अंदर दफ़्न कर दो नफ़रतें,
आज इंसाँ को मुहब्बत की ज़रूरत है बहुत।
-बशीर बद्र साहब #इंसानियत_ज़िन्दाबाद