लालच में गई BJP का हो गया बंटाधार, शिवसेना भी लालच में ही की कांग्रेस से प्यार। लालच ने दो मित्रों के बीच खड़ी की दीवार, मित्र बना बैरी और बैरी बन गया खेवनहार।। दोस्त दुश्मन