अरे! पर क्या तुम्हारे भेजे में इतनी सिंपल सी बात नहीं घुसती है! कि दिसंबर की एक रात ही नहीं, बल्कि दिसम्बर की पूरी-की-पूरी 31 रातें होती हैं! कोई शक? और ग़र शक से छुट्टी पाकर होना हो बेशक, तो तुम्हारी 👁आँखें👁 कलेंडर को टटोल ही सकती हैं! इसलिये यदि सुनानी ही है, तो सिर्फ दिसंबर की एक रात की ही कहानी ना सुनाओ, बल्कि, 1 से 31 दिसंबर की रातों की कहानी अभी-के-अभी सुनाओ, और छुट्टी पाओ! क्या घूसी बात कुछ भेजे में, या मुक्की मारे तुमको छुट्टी के लहजे में? 🧠🔔👂🤛👊😂😁😇🙏 @बधाई हो छुट्टी की प्यारी मुक्की👊😇की 🙏 #december #रात #BadhaiHoChuttiKi अरे! पर क्या तुम्हारे भेजे में इतनी सिंपल सी बात नहीं घुसती है! कि दिसंबर की एक रात ही नहीं, बल्कि दिसम्बर की पूरी-की-पूरी 31 रातें होती हैं! कोई शक? और ग़र शक से छुट्टी पाकर होना हो बेशक, तो तुम्हारी 👁आँखें👁 कलेंडर को टटोल ही सकती हैं!