वो नदियों का पानी वो शांत नज़ारा ऐ ज़िन्दगी..... देख लो ना मुझ नासमझ से राही को, जिसने तुम्हे, - कितना टूट कर चाहा है, इन तंग भरी रास्तो में कितना वक्त गुजरा है, ऐ मेरे सपने अब तो मील जा मुझे , इन खामोश सी भरी जीवन ने कितना मुझे रुलाया है। ऐ ज़िन्दगी..... #nojoto.com#love#quotes#AK