जब न रहूँ तो मेरी शायरियाँ पढ़ लेना हर एक लफ़्ज़ में तुम्हारा ज़िक्र होगा। मैं तो मरकर चला जाऊँगा एक रोज़ मेरा क़िरदार अल्फ़ाज़ों से बयाँ होगा। हर पन्ना देगा मेरे दर्द की गवाही तब तुम्हे मेरे ज़िन्दगी का दर्द मालुम होगा। आज नही तुम्हे मेरी अच्छाईयों का इल्म के बाद मेरे किस्सों में सब लिखा होगा। खोलकर पढ़ लिया करना मेरी क़िताब के बाद उन किताबों में ही मेरा अक्स होगा #गुजरा #हुआ #विराज़