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bhupendrarangeel4827
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कवि-Bhupendra कुमार rangeela

✒✒मेरी कलम ने मुझे लिखा-जिन्दगी का दस्तूर मैने इसी से है सिखा।।।✒✒

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कवि-Bhupendra कुमार rangeela

मिट्टी "मेरे वतन की मिट्टी की खुशबू के आगे सभी इत्र फिके है।
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कवि-Bhupendra कुमार rangeela

खुशबु का यूँ फ़िज़ाओं में बिखरना... "रजनी मै भी तेरा यौवन का निखरना,
बङा अच्छा लगता है।
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कवि-Bhupendra कुमार rangeela

#NoTobaccoDay  "बीढी को हम नही, हमे बीढी पीती है ।"
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कवि-Bhupendra कुमार rangeela

तुम "👭👬हम-सफर हर सफर मे साथ नही होते ,
कुछ सफर हमे अकेले ही तय करने पङते है।💑👫
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कवि-Bhupendra कुमार rangeela

माँ ✏✏क्या लिखूं माॅ के बारे में शब्द गौण हो जाते है
माॅ शब्द लिखते ही शब्द मौन हो जाते है✏✏ ......माॅ शब्द अपने आप मे एक सम्पूर्ण शब्द है .....

......माॅ शब्द अपने आप मे एक सम्पूर्ण शब्द है ..... #विचार

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कवि-Bhupendra कुमार rangeela

 मुझे अपनी भावनाओ को व्यक्त करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है आप लोगो की भी शुभकामनाएं मिले ऐसी आशा करता हूं।

मुझे अपनी भावनाओ को व्यक्त करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है आप लोगो की भी शुभकामनाएं मिले ऐसी आशा करता हूं। #विचार

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कवि-Bhupendra कुमार rangeela

ख़ामोशी  खामोशी एक मात्र ऐसी होती है जो बोलने मात्र से टूट जाती है।
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कवि-Bhupendra कुमार rangeela

सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है, देखना है ज़ोर कितना बाज़ु-ए-कातिल में है जब तलक ईमान मे खुशबू रहेगी हिन्दुस्तान की,
तख्ते लंदन तक चलेगी तेग हिन्दुस्तान की .......जय हिन्द जयतु भारत......

.......जय हिन्द जयतु भारत...... #कविता

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कवि-Bhupendra कुमार rangeela

क्या मेरे वसन मे बदलाव से वासना बदल जायेगी क्या? लोगो का कहना.......

लोगो का कहना....... #विचार

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कवि-Bhupendra कुमार rangeela

हवा ने उनकी ज़ुल्फ़ों को कुछ यूँ छुआ... जुल्फे उङी उनकी महसूस हमे हुआ।
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