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anandraghuvanshi4357
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Anand Raghuvanshi "Ansh"

Dreamer. Believer. Reader. Writer. Rebel

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Anand Raghuvanshi "Ansh"

होश मेरे हैं ख्वाबिदा से आँखें मेरी जलती हैं टूट रहा हूँ कतरा कतरा जाने सासें कैसे चलती हैं ना ग़म का मारा हूँ मैं ना कोई गंभीर बिमारी है पर जाने क्यों लगता है रास्ते में #Poetry #Hindi #kavishala #kavita #nazm #urdu #nojotokhabri #MOKSHA

होश मेरे हैं ख्वाबिदा से आँखें मेरी जलती हैं टूट रहा हूँ कतरा कतरा जाने सासें कैसे चलती हैं ना ग़म का मारा हूँ मैं ना कोई गंभीर बिमारी है पर जाने क्यों लगता है रास्ते में #Poetry #Hindi #kavishala #kavita #nazm #urdu #nojotokhabri #MOKSHA

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Anand Raghuvanshi "Ansh"

मैं कोई कीमती चीज हुआ करता था वो मुझे संभाल कर रख कर भूल गई #kavishala #nojotokhabri #MOKSHA #Hindi #urdu #sher #Poetry

मैं कोई कीमती चीज हुआ करता था वो मुझे संभाल कर रख कर भूल गई #kavishala #nojotokhabri #MOKSHA #Hindi #urdu #sher #Poetry

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Anand Raghuvanshi "Ansh"

सोचो क्या क़यामत हो गर किसी मय-कदे में बज्म-ए-यार हो जाए आप महबूब की गली से गुजरें और उनका दीदार हो जाए भले ही बीतें करवटें बदल बदल कर पर रातें गुलज़ार हो जाएं भले हों दूर से ही इशारे पर दिल को ऐतबार हो जाए #Poetry #Hindi #kavishala #nazm #urdu #nojotokhabri #MOKSHA

सोचो क्या क़यामत हो गर किसी मय-कदे में बज्म-ए-यार हो जाए आप महबूब की गली से गुजरें और उनका दीदार हो जाए भले ही बीतें करवटें बदल बदल कर पर रातें गुलज़ार हो जाएं भले हों दूर से ही इशारे पर दिल को ऐतबार हो जाए #Poetry #Hindi #kavishala #nazm #urdu #nojotokhabri #MOKSHA

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Anand Raghuvanshi "Ansh"

सोचो नशात-ए-रिंदाँ की मेयार क्या हो गर मय के दिवानों को साकी से प्यार हो जाए #nojotokhabri #kavishala #MOKSHA #Hindi #urdu #sher #Poetry

सोचो नशात-ए-रिंदाँ की मेयार क्या हो गर मय के दिवानों को साकी से प्यार हो जाए #nojotokhabri #kavishala #MOKSHA #Hindi #urdu #sher #Poetry

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Anand Raghuvanshi "Ansh"

दूसरे की कमियों में खुद को मुकम्मल पाना ये इश्क है या है कोई उलझा सा फ़साना #kavishala #nojotokhabri #Hindi #urdu #sher #Poetry

दूसरे की कमियों में खुद को मुकम्मल पाना ये इश्क है या है कोई उलझा सा फ़साना #kavishala #nojotokhabri #Hindi #urdu #sher #Poetry

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Anand Raghuvanshi "Ansh"

मुझे इल्म नही जरा भी ज़माने की रंगत का तेरी संगत के भरोसे चलना ही काफी सा लगता है #Quote #sher #Hindi #urdu #nojotokhabri #ripple #Poetry

मुझे इल्म नही जरा भी ज़माने की रंगत का तेरी संगत के भरोसे चलना ही काफी सा लगता है #Quote #sher #Hindi #urdu #nojotokhabri #ripple #Poetry

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Anand Raghuvanshi "Ansh"

जो नशा था तेरे अंजुमन में कहीं वो नशा तो किसी की छुअन में नहीं जो बहार थी तेरी तबस्सुम से खिली वो बहार तो किसी भी चमन में नहीं जो सुकूं था तेरे आँचल में कभी वो मिला न किसी दामन में कहीं #Poetry #ghazal #OpenMIC #kavishala #nazm #nojotokhabri #ripple #ripple18

जो नशा था तेरे अंजुमन में कहीं वो नशा तो किसी की छुअन में नहीं जो बहार थी तेरी तबस्सुम से खिली वो बहार तो किसी भी चमन में नहीं जो सुकूं था तेरे आँचल में कभी वो मिला न किसी दामन में कहीं #Poetry #ghazal #OpenMIC #kavishala #nazm #nojotokhabri #ripple #ripple18

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Anand Raghuvanshi "Ansh"

बेवजह आशियानों से रूठें हैं लोग जाने किन किन बहानों से रूठें हैं लोग अब याद नहीं रिश्ता ही कब था जाने कितने जमानों से रूठें हैं लोग #Nojoto #Poetry #sher #ripple18 #OpenMIC

बेवजह आशियानों से रूठें हैं लोग जाने किन किन बहानों से रूठें हैं लोग अब याद नहीं रिश्ता ही कब था जाने कितने जमानों से रूठें हैं लोग #Nojoto #Poetry #sher #ripple18 #OpenMIC

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Anand Raghuvanshi "Ansh"

मेरे अस्क जाने क्यों बरसें हैं हिज्र में तेरे जाना तू अब भी दिल में कायम है तो तेरा दुनिया से क्या जाना #Poetry #sher #Hindi #urdu #OpenMIC #ripple18

मेरे अस्क जाने क्यों बरसें हैं हिज्र में तेरे जाना तू अब भी दिल में कायम है तो तेरा दुनिया से क्या जाना #Poetry #sher #Hindi #urdu #OpenMIC #ripple18

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Anand Raghuvanshi "Ansh"

तुझे किसी दर्पण की जरूरत क्या है मेरी आँखों में देख तेरी सूरत क्या है पत्थर हैं जमाने में लोग सभी ये ना समझेंगे तू मूरत क्या है मेरी गजलें पढकर पूछा करतें हैं सभी ये चीज इतनी खूबसूरत क्या है #Poetry #genesis

तुझे किसी दर्पण की जरूरत क्या है मेरी आँखों में देख तेरी सूरत क्या है पत्थर हैं जमाने में लोग सभी ये ना समझेंगे तू मूरत क्या है मेरी गजलें पढकर पूछा करतें हैं सभी ये चीज इतनी खूबसूरत क्या है #Poetry #genesis

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