indain army
इतने दुःखी चेहरों को देखकर में खुशियां मनाऊ कैसे,
जो हो गए शाहिद उनके बलिदान को भुलाऊँ कैसे,
जिन माँ ने खो दिये अपने बेटे उन्होंने चुप कराऊँ कैसे,
इतना सबकुछ हो गया मेरे भारत मे अब में इन राजनेतिक दल वालो को समझू कैसे,
भारत माँ का दर्द इन्हें बताऊ कैसे।
4 Love
Sumit Panchal
कुछ लिखू या ना लिखू ,
सच लिखू या झूट लिखू ,
चाँद लिखू या तारे लिखू ,
ज़मीन लिखू या आसमान लिखू ,
तेरे चेहरे की मुस्कान लिखू ,
या उस पर मारने वाले दीवानो का हाल लिखू ,
तू बस एक बार प्यार से बोल दे ,
पूरा जीवन तेरे नाम लिखू ।
12 Love
Sumit Panchal
महोब्बत का दर्द
महोब्बत करने वालो का दर्द पता करना है तो उस गुलाब से पूछो जो किसी के दो पल के प्यार लिए कई सालों से किताब के बीच में दबा हुआ है