Nojoto: Largest Storytelling Platform
arifshah1939
  • 105Stories
  • 25Followers
  • 991Love
    251Views

Arif shah

married

  • Popular
  • Latest
  • Video
2842125dc730960da38d6ac39974e6d8

Arif shah

रुठे  हुए  मुक़द्दर   मनाती  हैं  बेटियाँ
अँधेरे मैं  रौशनी के चराग़ जलाती हैं बेटियाँ
खुशनसीब है वो शख्स राशिद..
रहमत बनकर जिनके घर आती हैं बेटियाँ!

©Arif shah #Happychocolateday
2842125dc730960da38d6ac39974e6d8

Arif shah

Sea water  वो ग़रीब थी तो मेरे क़रीब थी
उसकी तरक़्क़ी नें हमें दूर कर दिया

ख़्वाबों का शीश महल तो हमनें भी बनाया था
हक़ीक़त के सिक्कों नें चकनाचूर कर दिया

मैं बुलाता रहा वो लौटकर नहीं आयी
अच्छे ख़ासे भले इंसान को मग़रुर कर दिया

अरे इश्क़ ही तो किया था कर्ज़ थोड़ी माँगा था
ऐसा भी क्या जनाब, हमनें क़सूर कर दिया!!

©Arif shah #Seawater

16 Love

2842125dc730960da38d6ac39974e6d8

Arif shah

Nature Quotes  मुन्तज़िर हूँ उसके दीदार का इतनी सी बात उसके समझ  नहीं आती
कुछ तो गिला उसको भी है मुझसे,,कुछ शिकायतें मैं भी पाल बैठा हूँ
शायद मैं कह नहीं पाता शायद वो सुन नहीं पाती,,
अब तो ओझल हो गया है मेरी आँखों से चेहरा तेरा
कमबख्त ख्वाबों मैं भी तू नज़र नहीं आती

©Arif shah #NatureQuotes
2842125dc730960da38d6ac39974e6d8

Arif shah

उससे बिछड़कर में तो ग़मज़दा हूँ बहुत
क्या वो भी मुझसे बिछड़कर शादमान होगा

मेरी हिचकियाँ बता देती हैं उनकी बेक़रारी का सबब क्या
 उनके पास भी मेरे दिल का हाल जानने का कोई इंतेज़ाम होगा 

अब ये उनकी बेवफ़ाई है या फ़क़त कोई मजबूरी जो भी है पर
कभी सोचा ना था इतना खौफ़नाक मेरे इश्क़ का अंजाम होगा

वो यूँ ठुकराकर चल दिए मेरी मोहब्बत को,जैसे की मेरा दिल,
दिल नहीं,, रास्ते पर पड़ा हुआ कोई पत्थर,कोई सामान होगा

उनकी ज़ुल्फ़ों की गिरफ्त में आने की सज़ा भुगत रहा हूँ में,
पता ना था इन्हीं घटाओं के पीछे छुपा हुआ कोई तूफ़ान होगा

औऱ वो ये समझते हैं आसानी से भुला देंगे सब कुछ बड़े नादान हैं
धागा-ए-इश्क़  को तोड़ पाना क्या वाक़ई इतना आसान होगा!!! #TereHaathMein
2842125dc730960da38d6ac39974e6d8

Arif shah

जो दिल से मानते हैं उन्हें,ख़ुशबु.ए.क़र्बला उन्हीं
 के क़रीब होती है,ये हुसैन की मोहब्बत है दोस्तों,
किस्मत वालों को नसीब होती है,औऱ निकलकर
 यज़ीद के क़ाफ़िले से,हुर आप पर क़ुरबान हो गए,
बस ऐसे ही लोगों की तो जन्नत में ईद होती है.!!!

©Arif shah #Sunrise

0 Love

2842125dc730960da38d6ac39974e6d8

Arif shah

या अल्लाह इज़्ज़त,हलाल औऱ चैन.ओ.सुक़ून वाला रिज़्क़ अता फ़रमा या रब दरगुज़र हमारी हर एक छोटी बड़ी ख़ता फ़रमा

©Arif shah

8 Love

2842125dc730960da38d6ac39974e6d8

Arif shah

ना दौलत,ना शौहरत,ना ज़र,ना ज़ेवर ना दुनियावी 
कोई औऱ दीग़र अहक़ामात की सरफ़राज़ी करना है,,
एक बात कान खोलकर सुन लो,,तुम्हारा दुनिया मैं आने 
का वाहिद मक़सद ही अपने रब को राज़ी करना है.!!!

©Arif shah

10 Love

2842125dc730960da38d6ac39974e6d8

Arif shah

दिन गुज़रे महीनों गुज़रे एक मुद्दत गुज़र गयी तेरे साथ में,
नौ साल मुक़म्मल हुए हमारी शादी को पर लगता है कल ही कि तो बात है

©Arif shah

48 Views

2842125dc730960da38d6ac39974e6d8

Arif shah

जाने क्यूँ जाते हैं लोग,परदेस, पैसा कमाने को.जब इज़्ज़त देना मेरे रब के इख़्तियार मैं है,तो क्यूँ भागते हैं शौहरत स्टेटस औऱ पोज़िशन पाने को..

याद रखो कि माँ औऱ बाप के साये से बढ़कर कोई शय नहीं क़ायनात मैं,,फ़िर क्यूँ तन्हा छोड़ जाते हैं उन्हें दीवारों संग बतियाने को,,

बिछड़कर वालिदैन से कुछ पाया भी तो क्या पाया..इससे तो 
बेहतर है कि सूखी रोटी ही मिल जाये उनके साथ पेट भर खाने को..

तक़दीर का लिखा अटल है मेरा ईमान कहता है,,फ़िर
 भी लगे रहते हैं अपने हाथों से अपना मुक़द्दर बनाने को,,

दुनिया मैं आने का मक़सद ही रब को राज़ी करना है,,
तो औऱ क्या दिखाना चाहते हैं ज़माने को,,

नेक आमाल तक़वा औऱ परहेज़गारी से दोनों जहाँ पर हुक़ूमत
 करते थे,,क्या बिल्कुल ही भूल बैठे हैं मेरे नबी के घराने को

©Arif shah #humantouch
2842125dc730960da38d6ac39974e6d8

Arif shah

दीदार.ए.हुस्न ना हुआ तो क्या हुआ,
मुन्तज़िर.ए.इन्तेज़ार अभी बाक़ी है,,

उनकी झील सी आँखों मैं उतर जाने
को  दिल  बेक़रार  अभी  बाक़ी  है,,

वो नज़रों से  बयाँ करते आ रहे  हैं  दास्ताँ.ए.इश्क़,,
 ख़ामोश लबों से उल्फ़त का इज़हार अभी बाक़ी है,,

महज़ चन्द लोगों की ज़ुबाँ पर है चर्चा हमारे प्यार का,
सारा जहाँ उंगलियाँ उठाने को तैयार अभी बाक़ी है,,

ये मुमकिन नहीं कि हम बाज़ आ जायें मोहब्बत से,
एक दूजे  को भूल जाने  का इनक़ार अभी बाक़ी है,,

वो काले लिबास मैं चाँद सा चमकता हुआ चेहरा,,,
  बस उस बेशक़ीमती लम्हे का ख़ुमार अभी बाक़ी है,,

एक तो दिलों मैं उमड़ रहे जज़्बातों पर क़ाबू पाना आसान नहीं,फिऱ,
 उस पर दुनिया की पाबंदियाँ औऱ रस्मों की दीवार अभी बाक़ी है.!!!

©Arif shah #OneSeason

10 Love

loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile