Nojoto: Largest Storytelling Platform
sarthihunter3130
  • 109Stories
  • 9Followers
  • 752Love
    30Views

"Bittu"@Dil shayarana

#shayari video creator#@Dil shayarana

https://www.facebook.com/bittu.poddar.165033

  • Popular
  • Latest
  • Video
6716f108e4840e83f299c3753b2f498f

"Bittu"@Dil shayarana

उन उफनती लहरों
से
इन शांत लहरों तक
का ये सफर..

©"Bittu"@Dil shayarana #bhool.paoge
6716f108e4840e83f299c3753b2f498f

"Bittu"@Dil shayarana

एक पागल को पागल की तरह चाहने वाले
कहाँ मिलते है अब ऐसे चाहने वाले,
नाराज होने पर ही यार बदल लेते हैं
कहाँ मिलते है अब उम्रभर साथ निभाने वाले
वो लैला मजनूं का समय कुछ और था।
अब तो मिलते हैं बस ज़िस्म की भूख मिटाने वाले
"मैं तेरी हूं, मैं तेरा ही रहूँगा" बहुत मिलते हैं कहने वाले
कहाँ मिलते है साथ रह कर दोनों साथ घर बसाने वाले
बहुत मिलते हैं लड़कियां देख गंदे कमेन्ट
पास करने वाले अब कहाँ मिलते हैं अपनी
प्रेमिका पर शायरी बनाने वाले।

©"Bittu"@Dil shayarana @भूल पाओगे

@भूल पाओगे #ज़िन्दगी

0 Love

6716f108e4840e83f299c3753b2f498f

"Bittu"@Dil shayarana

असामनता में समानता भी केवल तभी
दिखाई पड़ती है, जब हमारे व्यक्तित्व में
एक ठहराव हो, एक गहराई हो..

©"Bittu"@Dil shayarana @BHOOL PAOGE 🍁

@BHOOL PAOGE 🍁 #ज़िन्दगी

0 Love

6716f108e4840e83f299c3753b2f498f

"Bittu"@Dil shayarana

मैं समय हुँ ....🧭

पांचवी तक घर से तख्ती लेकर स्कूल गए थे❗📝

स्लेट को जीभ से चाटकर अक्षर मिटाने की हमारी स्थाई आदत थी लेकिन इसमें पापबोध भी था कहीं विद्यामाता नाराज न हो जायें❗🔳

पढ़ाई का तनाव हमने पेन्सिल का पिछला हिस्सा चबाकर मिटाया था❗📝 

स्कूल में टाट पट्टी की अनुपलब्धता में घर से बोरी का टुकड़ा बगल में दबा कर ले जाना भी हमारी दिनचर्या थी. 

पुस्तक के बीच विद्या पौधे की पत्ती और मोरपंख रखने से हम होशियार हो जाएंगे ऐसा हमारा दृढ विश्वास था❗📖

कक्षा छः में पहली दफा हमने अंग्रेजी का ऐल्फाबेट पढ़ा और पहली बार एबीसीडी देखी❗🔠

यह बात अलग है बढ़िया स्मॉल लेटर बनाना हमें कक्षा: छः तक भी न आया था❗🔡

करसिव राइटिंग भी हम कक्षा: आठवीं जाकर ही सीख पाये❗🔜〰➰

उस जमाने के बच्चों की अपनी एक अलग ही दुनिया थी❗🥳🤼‍♂

कपड़े के थैले में किताब कॉपियां जमाने का विन्यास हमारा रचनात्मक कौशल था❗📚

तख्ती पोतने की तन्मयता हमारी एक किस्म की साधना ही थी. हर साल जब नई कक्षा के बस्ते बंधते तब कॉपी किताबों पर जिल्द चढ़ाना हमारे जीवन का वार्षिक उत्सव था❗📓📔

हमारे समय में ट्यूशन पढ़ना हीनता का द्योतक था. अगर कोई ट्यूशन पढता था तो वह शर्तिया नालायक था❗🤓🧐

माता पिता को हमारी पढ़ाई की कोई फ़िक्र नहीं थी. न हमारी पढ़ाई उनकी जेब पर बोझा थी. सालों साल बीत जाते पर माता पिता के कदम हमारे स्कूल में न पड़ते थे❗🤔👳‍♀   

सफेद शर्ट और खाकी पैंट में जब हम माध्यमिक कक्षा में पहुंचे तो पहली दफा खुद के बड़ा होने का अहसास हुआ. लेकिन पेंट पहन कर हम शर्मा रहे थे❗👖🙇

साईकिल चलाना भी हम चरणों में सीखे थे. पहले कैंची फिर डंडा और अंत में गद्दी पर बैठना आया था. फिर तो पीछे कैरियर पर बैठ कर भी हम साईकिल चला लेते थे❗🛴🚲

एक दोस्त को साईकिल के डंडे पर और दूसरे को पीछे कैरियर पर बिठा हमने कितने रास्ते नापें हैं यह अब याद नहीं बस कुछ धुंधली सी स्मृतियां हैं❗🚲🕺🙋‍♂🚶 

स्कूल में पिटते हुए और मुर्गा बनते हमारा ईगो हमें कभी परेशान नहीं करता था. दरअसल हम जानते ही नही थे कि ईगो होता क्या है. पिटाई हमारे दैनिक जीवन की सहज सामान्य प्रक्रिया थी❗😜😱💪🏻👨‍🏫

क्लास की पिटाई का रंज कुछ ही देर में काफूर हो जाता और हम अपने पूरे खिलंदड़ेपन से हंसते पाए जाते❗😬🤣

उस जमाने के बच्चे सपनें देखने का सलीका नही सीख पाते थे. हम अपने माता पिता को कभी नहीं बता पाए कि हम उन्हें कितना प्यार करते हैं क्योंकि हमें आई लव यू कहना नहीं आता था❗👨‍👩‍👦‍👦💞

आज हम गिरते सम्भलते संघर्ष करते दुनियां का हिस्सा बन चुके हैं. कुछ मंजिल पा गये हैं तो कुछ न जाने कहां खो गए हैं❗👥👀

हम दुनिया में कहीं भी हों लेकिन यह सच है खुरदरी हकीकतों ने हमें पाला है❗💼🕶

कपड़ों को सिलवटों से बचाए रखना और रिश्तों को औपचारिकता से बनाए रखना हमें कभी नहीं आया इस मामले में हम सदा मुर्ख ही रहे❗🥺🤕

अपना अपना प्रोब्लम झेलते हुए हम आज भी ख्वाब बुन रहे हैं. शायद ख्वाब बुनना ही हमें जिन्दा रखे है वरना जो जीवन हम जीकर आये हैं उसके सामने यह वर्तमान कुछ भी नहीं❗🔙🕒🔚

हम अच्छे थे या बुरे थे पर हम एक समय थे, काश वो समय फिर लौट आए. लेकिन हम यह भी जानते हैं वो समय कभी नहीं लौटेगा...🔘🔔🍬🍭🏏🤼‍♂🤾‍♂🤸‍♂🚴🏊🏸☎📺......,⏰

©"Bittu"@Dil shayarana #Journey
6716f108e4840e83f299c3753b2f498f

"Bittu"@Dil shayarana

कुछ ऐसा था जो बहुत दिनों से लिखने की सोच रहा था आज
थोड़ी फुर्सत में हूँ इसलिए आज लिख रहा हूँ..
मैं लिखने से पहले ही यह बात जानता हूँ कि आप सभी मेरी इस
बात से सहमत नही होंगे। इसलिए किसी भी लाइक और कमेंट
की उम्मीद न के बराबर है और यकीन मानिए मुझे इसका कोई
अफसोस भी नही होगा। मैं यह बात बखूबी समझता भी हूँ और
इसका आदर भी करता हूँ कि जो कुछ मैं लिख रहा हूँ उसमे आप
सभी के बहुत से किंतु परन्तु भी होंगे।
लेकिन मेरे लिए यह लिखना बहुत ही जरूरी था, कुछ है जो बार
बार मुझे यह लिखने के लिए उकसाता है, इसलिए बस आपसे
एक विनती है कि आज बिना किसी पूर्वाग्रह के केवल मुझे सुन
लीजिए..😊😊

©"Bittu"@Dil shayarana #भूल पाओगे

0 Love

6716f108e4840e83f299c3753b2f498f

"Bittu"@Dil shayarana

अपनी गलती का अहसास कभी नही होता। ऐसे बहुत से लोग हैं जिन्हें अपनी गलती का अहसास होता है और वो उसका पश्चाताप भी करते हैं, बस उनका यह पश्चाताप वैसा नही होता जैसा पश्चाताप हम उनसे चाहते हैं..

©"Bittu"@Dil shayarana @BHOOL PAOGE 🍁

@BHOOL PAOGE 🍁 #ज़िन्दगी

0 Love

6716f108e4840e83f299c3753b2f498f

"Bittu"@Dil shayarana

हमारी ख्वाहिशों और हमारी जरूरत के बीच
बहुत बड़ा अंतर है और अगर हम इस अंतर
को नही समझ पाते तो इससे हमारे जीवन
पर, हमारे अपनो पर और हमारी जिंदगी पर
इसका बहूत बुरा प्रभाव पड़ता है। मेरी आज
की यह पोस्ट इसी विषय पर आधारित है..

©"Bittu"@Dil shayarana @"BHOOL"PAOGE🍁

@"BHOOL"PAOGE🍁 #ज़िन्दगी

0 Love

6716f108e4840e83f299c3753b2f498f

"Bittu"@Dil shayarana

khamoshiyan kab 
Khamosh hoti hai

©"Bittu"@Dil shayarana ®@BHOOL PAOGE

®@BHOOL PAOGE #ज़िन्दगी

0 Love

6716f108e4840e83f299c3753b2f498f

"Bittu"@Dil shayarana

किसी अपने को खोने से पहले बहुत सी तैयारीयां करनी पड़ती है..

चुन चुन कर उसके ऐब ढूंढने पड़ते हैं.. फिर दिन रात उन्हीं ऐब को दोहराना पड़ता हैं ताकि वो हमें अच्छे से याद रहें.. एक एक कर उसके साथ बिताए खुशी के लम्हों को भूलना पड़ता है.. 

उसकी हर अच्छाई को मन से भुलाना पड़ता है.. वो गलत है और केवल गलत है अपने दिल को समझाना पड़ता है.. क्षमा, धैर्य और बड़प्पन जैसे शब्दों को अपने शब्दकोश से हटाना पड़ता है.. कमियां हर किसी में हैं हम भी दूध के धुले नही है यह भूल जाना पड़ता है..

फिर शुरुवात होती है आखिरी चरण की यानिकी खुद पर बदनसीबी का लेबल लगाने की, एक बार हमने खुद पर यह लेबल लगा लिया तो समझ लो की हमारा मनगढ़ंत संघर्ष पूरा हुआ..

ये तैयारियां हम किसी अपने के खिलाफ कर रहे हों या हमारा कोई अपना हमारे खिलाफ कर रहा हो, एक बात तय है कि किसी अपने को अपना दुश्मन मानने से पहले खुद अपना दुश्मन बनना पड़ता है..

©"Bittu"@Dil shayarana @"BHOOL"PAOGE🍁

@"BHOOL"PAOGE🍁 #ज़िन्दगी

0 Love

6716f108e4840e83f299c3753b2f498f

"Bittu"@Dil shayarana

आखिर वह कौन सी बात है जो हमें
संसार तौर पर नादान बना देती है..

©"Bittu"@Dil shayarana आखिर वह कौन सी बात है जो हमें
संसार तौर पर नादान बना देती है..

#writing

आखिर वह कौन सी बात है जो हमें संसार तौर पर नादान बना देती है.. #writing #ज़िन्दगी

0 Love

loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile