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khetdancharan6325
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Khetdan Charan

संविदित मनुष्य

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Khetdan Charan

मेरी मनोवृत्ति में 
अनगिनत तस्वीरें हैं 
उसकी, 
जिन्हें निकालकर 
मैंने कोलाज़ बनाए, 
कोलाज़ की प्रत्येक 
तस्वीर पर
मनचाहा रंग उड़ेला, 
और मना ली होली।

8 Love

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Khetdan Charan

रेल की तरह 
सफ़र करता है प्रेम अनवरत, 
उड़ते हैं किस्से कहानियों के धुएँ, 
और प्रतिरक्षा के लिए 
क्राॅस आते हैं रास्ते में, 
मग़र हल्का रुककर चलता रहता है।
         Khetdan charan

9 Love

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Khetdan Charan

गांव की औरत शहर जाती हैं 
तब उसमें एक चंचलता घर करती है, 
वैसा ही मैं हो जाता हूं 
जब बात भर उसके शहर की होती है। 
 Khetdan charan

10 Love

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Khetdan Charan

मैं लौट रहा था 
मग़र लौटना नहीं चाहता था 
यानि ननिहाल से लौटते 
सात नौ साल के एक बच्चे की तरह
जो नानी के पास रहना चाहता था, 
वह वाक़ई नानी से दूर हुआ

1 Love

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Khetdan Charan

हिय के पयोधर 
से बहती स्याही से
भरती है एक मटका...

7 Love

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Khetdan Charan

जीवन करवट लेता है 
यह मैंने तब देखा 
जब मेरी निग़ाह 
मेड़ी पर भरी रखी 
बाल्टी में पड़ती है 
उसमें होता है एक पहूंरा,
                       Khetdan charan

6 Love

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Khetdan Charan

लौट कर आ कभी मेरी सराह में...
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6 Love

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Khetdan Charan

एक आख़िरी शाम, 
एक आख़िरी पास, 
एक आख़िरी सांस तक,
यहां फ़िर लौटकर 
ना आना पड़े,
और तेरे साथ इस 
सफ़र तक, 
इस उम्र के जीवन
का सूर्य अस्त हो जाए...
                               khetdan charan

5 Love

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Khetdan Charan

लंबे रास्ते पर अकेला हूं 
बसेरा कहां ढूंढूंगा,
यूं हो जाएगा कि 
रेगिस्तां में प्यास लगी, 
कैसे मिटाऊंगा। 
                                   khetdan charan #poetry #love #song #alone #shayari #tum #main #hum #tu
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Khetdan Charan

मुझे इन जोगियों की ज़मात में समा जाना है 
क्योंकि उनके डेरों में प्रेम का स्थायी निवास है।
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